नई दिल्ली: देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी एलआईसी (LIC) के लिए गुरुवार का दिन कई गुड न्यूज लेकर आया। कंपनी का मुनाफा 49 परसेंट उछल गया, शेयरों में कारोबार के दौरान भारी तेजी देखने को मिली और यह देश की पांचवीं सबसे मूल्यवान कंपनी बन गई। एलआईसी का चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही का नेट प्रॉफिट 49 प्रतिशत बढ़कर 9,444 करोड़ रुपये हो गया। बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 6,334 करोड़ रुपये रहा था। एलआईसी के बोर्ड ने शेयरधारकों के लिए 10 रुपये के अंकित मूल्य पर 40% यानी प्रति शेयर चार रुपये का लाभांश देने का भी फैसला किया है। लाभांश का भुगतान अगले 30 दिन में कर दिया जाएगा।
एलआईसी ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि अक्टूबर-दिसंबर, 2023 तिमाही में उसकी नेट प्रीमियम इनकम बढ़कर 1,17,017 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले की समान तिमाही में 1,11,788 करोड़ रुपये थी। एलआईसी की कुल आय समीक्षाधीन तिमाही में बढ़कर 2,12,447 करोड़ रुपये हो गई, जो बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में 1,96,891 करोड़ रुपये रही थी। गुरुवार को रिजल्ट आने से पहले कंपनी का शेयर कारोबार के दौरान एक समय यह 9.51 प्रतिशत बढ़कर 1,144.45 रुपये के अपने रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच गया था। बाद में यह करीब छह प्रतिशत तेजी के साथ बंद हुआ।
एलआईसी का मार्केट कैप
इसके साथ ही एलआईसी का मार्केट कैप 6.99 लाख करोड़ रुपये हो गया और यह देश की पांचवीं मूल्यवान कंपनी बन गई। देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी का शेयर बीएसई पर 5.86 प्रतिशत चढ़कर 1,106.25 रुपये के भाव पर बंद हुआ। एनएसई पर कंपनी का शेयर 6.46 प्रतिशत की उछाल के साथ 1,112 रुपये के भाव पर बंद हुआ। शेयरों के भाव में इस तेजी से एलआईसी का मार्केट कैप 38,740.62 करोड़ रुपये बढ़कर 6,99,702.87 करोड़ रुपये हो गया। इसके साथ ही एलआईसी आईसीआईसीआई बैंक को पछाड़कर देश की पांचवीं सबसे मूल्यवान कंपनी बन गई। गुरुवार को एक समय यह इन्फोसिस से भी आगे निकल गई थी।बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में एलआईसी का जिक्र करते हुए कहा था, “विपक्ष ने एलआईसी के बारे में अफवाहें फैलाई थीं, लेकिन आज इसके शेयर रिकॉर्ड ऊंचाई पर कारोबार कर रहे हैं।” इस समय रिलायंस इंडस्ट्रीज 19,64,044.94 करोड़ रुपये के बाजार मूल्यांकन के साथ देश की सबसे मूल्यवान कंपनी है। इसके बाद टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (15,13,218.99 करोड़ रुपये), एचडीएफसी बैंक (10,66,150.51 करोड़ रुपये), इन्फोसिस (7,02,754.66 करोड़ रुपये) और फिर एलआईसी (6,99,702.87 करोड़ रुपये) का नंबर हैं। एलआईसी पिछले महीने भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) को पीछे छोड़कर देश की सबसे मूल्यवान सरकारी कंपनी बनी थी।