बड़ा मारे रोने न दे कहावत सही है।एक जमाने मे गुरु के वो जलवे रहे कि रेत से सोना बना देते थे पर जब भाजपा की सरकार में मुख्यमंत्री बदला और जब एक हंटर पड़ा करोड़ों के जुर्माने का तो दौड़ लगा दी गुरु ने पार्टी से अब लोग देहाती भाषा मे कह रहे गुरु ने फटी के जुलूस में दौड़ लगा दी भजपा में शामिल हो जेहे।