भोपाल।
देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री इन दिनों मप्र के मोहन यादव सरकार से खासे नाराज चल रहे हैं। बात तो यूं भी है कि चाहे नौकरशाह हो या अधीनस्थ मंत्रीमंडल हो या सीएम मोहन यादव का मालवा प्रेम। यह जो सारी बातें हैं वह पीएम मोदी से छीपी नहीं हैं। एमपी के सीएम मोहन यादव (CM Mohan Yadav) के भोपाल में कम रहने और बार-बार उज्जैन (Ujjain) जाने को लेकर नाराजगी जताई है। ऐसा दावा मीडिया रिपोर्ट्स में किया जा रहा है। अंग्रेजी अखबर इंडियन एक्सप्रेस के न्यूज कॉलम में इस तरह की खबर छपने की बात कही जा रही है। अखबार की खबर के अनुसार यह वाकया लोकसभा चुनाव के लिए एमपी के उम्मीदवारों के चयन के दौरान हुआ।
उज्जैन सीट से मोहन चाह रहे थे अपने बंदे का नाम
उम्मीदवारों के चयन के लिए सीईसी यानी केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक आयोजित की गई थी। उम्मीदवारों के चयन के लिए यह बीजेपी की सर्वोच्च समिति है। पीएम होने के नाते नरेंद्र मोदी भी इसके सदस्य हैं। एमपी के उम्मीदवारों के चयन के समय सीएम होने के नाते मोहन यादव भी बैठक में शामिल थे। इस दौरान उज्जैन से उम्मीदवारी को लेकर नामों पर चर्चा शुरू हुई। इसमें सीएम मोहन यादव की ओर से भी नाम सुझाया गया है। इस पर पीएम मोदी (PM Modi) ने उनसे पूछा कि उक्त व्यक्ति को ही क्यों टिकट दिया जाना चाहिए। इस पर सीएम ने कहा कि वह अधिकांश समय भोपाल में रहते हैं। ऐसे में उक्त व्यक्ति को टिकट दिया जाता है, तो वह उज्जैन के साथ ही इंदौर और मालवा को अच्छी तरह से संभाल सकता है। अखबार के अनुसार सीएम की इस बात को सुनकर पीएम नाराज जैसे हो गए। उन्होंने सीएम से कहा कि आप बार-बार उज्जैन जाते हैं, भोपाल में कम समय दे रहे हैं। आप इंदौर की चिंता करना छोड़ दीजिए और जो जिम्मेदारी दी गई है, उसे संभालिए। मोदी और सीएम के बीच हुई यह बातचीत प्रकाशित होने के बाद एमपी में चर्चा का विषय बनी हुई है। बीजेपी का हर खेमा इसके अपने अपने हिसाब से मतलब निकाल रहा है।