हाल ही में जिस तरह से मप्र भाजपा के द्वारा जो कांग्रेसियो को पार्टी में एंट्री दी गई इससे फीलगुड में आ गई पार्टी साथ ही मोदी के वचनों को विधानसभा चुनाव में उपयोग किया और वचन पूरे नहीं हुए उसका भी जनता में कई सीटों पर बुझी बुझी सी लहर दिख रही।इलेकरोराल बांड वाला मामला अनपड़ वोटर को भी पता चल चुका अब इस डेमेज को कंट्रोल करने में पार्टी विफल दिख रही अभी भी बक्त है जनता तक पार्टी को वही लहर लानी पड़ेगी जो राम जी की स्थापना के समय थी।नर्मदपु सीट पर संजय शर्मा के मैदान में आने से अभी माहौल कांग्रेस की तरफ दिख रहा ब्राह्मणवाद जमकर चलाने की कोशिश की जा रही कई भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा संजय शर्मा का प्रचार किया जा रहा वही आदिवासी बाहुल्य सीटों पर भी कांग्रेस का ही माहौल दिख रहा है।मेहनत मोदी के नाम पर के साथ साथ स्थानीय नेताओं को भी अपना क्षेत्र संभालना पड़ेगा।