हरदा में संचालित संस्कार विद्यापीठ स्कूल की जमीन और उसकी संपत्तियों को बेचने के मामले में हाईकोर्ट के आदेश पर ईओडब्ल्यू ने पीई दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है। ईओडब्ल्यू की चार सदस्यीय टीम शनिवार को हरदा पहुंची। टीम ने सबसे पहले शिकायकर्ता से मिलकर गड़बड़ी से संबंधी जानकारी और कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज लिए। स्कूल संचालन में पूर्व कृषि मंत्री कमल पटेल के परिवार के लोग जुड़े हैं। हरदा निवासी विपिन अग्रवाल ने 2015-16 में संस्कार विद्यापीठ स्कूल की जमीन और अन्य संपत्तियों की गलत तरीके से की गई बिक्री की शिकायत ईओडब्ल्यू, लोकायुक्त, हरदा कलेक्टर सहित अन्य लोगों से की थी। बावजूद इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई। नौ साल तक इंतजार करने के बाद शिकायतकर्ता विपिन अग्रवाल ने मामले में जबलपुर हाईकोर्ट में याचिका लगाई। उन्होंने इस प्रकरण में कुल 14 लाेगों गृहसचिव, लोकायुक्त एसपी भोपाल, कलेक्टर हरदा, रजिस्ट्रार हरदा, फाइनेंस कार्पोरेशन के रीजनल मैनेजर, अध्यक्ष नवीन पटेल फ्रेंड वेलफेयर एजुकेशन सोसायटी लाल बहादुर शास्त्री वार्ड हरदा, सुरेंद्र जैन, पूर्व अध्यक्ष फ्रेंड वेलफेयर शिक्षा समिति हरदा, साधना जैन हरदा, संग्राम जैन हरदा, राजीव जैन हरदा, राकेश पटेल रातातलई हरदा, संदीप पटेल रातातलई हरदा, लोकेश पटेल हरदा, नवीन पटेल हरदा को पक्षकार बनाया है। याचिका की सुनवाई चीफ जस्टिस रवि मलिमठ और जस्टिस विशाल मिश्रा की डिविजन बेंच में हुई। कोर्ट ने इस मामले में की गई कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है। मामले की अगली सुनवाई 28 फरवरी को तय की गई है। हाईकोर्ट की तल्खी के बाद ईओडब्ल्यू ने इस प्रकरण में पीई दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है। शनिवार को इसी क्रम में जांच करने ईओडब्ल्यू की टीम शिकायतकर्ता के घर पहुंची थी। टीम चार घंटे तक वहां मौजूद रही। टीम हरदा में रुकी है। शिकायकर्ता विपिन अग्रवाल ने कहा कि दो दिन बाद वह इस मामले में पूरे तथ्य मीडिया के सामने रखेंगे।