जिस हक और दम से अपने कार्यकर्ता को नड्डा जी कह रहे 15,16 घण्टे बूथ पर रहो इस बात का विरोध सामने आने लगा आज कई कार्ययकर्ताओ ने कहा हम तो सालों से पार्टी की सेवा कर रहे 24 घण्टे पर पार्टी हम असली कार्यकर्तों को किनारे रखती चुनाव के बाद हमे कोई लिफ्ट नहीं मिलती हम एक पटवारी से भी जनता का काम नहीं करा पाते हमारी कोई इज्जत नहीं करता इसका कारण विधायक मंत्री और बड़े बड़े पाधिकारी कभी नहीं कहते प्रशासन से की हमारे कार्यकर्ता की हर बात का सम्मान रखा जाए वही सरकारी कर्मचारियों की सैलरी लाखो में रहती जिसे हमारी सरकार देती इसलिए नड्डा जी को अब कोई नीति बनानी चाहिए जिससे कार्यकर्ता का जीवन यापन हो सके परिवार पल सके और जो पुराने कार्यकर्ता है उनकी पूँछपरख होती रहे।।