कहते है समरथ को नहीं दोष गोसाईं ।जब चुनाव होते है तो आचार संहिता लागू होने के बाद ही सबसे शक्तिशाली निर्वाचन आयोग को ही माना जाता है पर मप्र में जो आई ए एस शासन का नॉकर रहा अनुपम राजन जिसका साडू भाई मंत्री विस्वास सारंग लगता है वह अधिकारी इसमें में भी खेल कर जाता है।दरअस्ल 3 साल एक ही स्थान पर पदस्थ रहे शासकीय कर्मचारियों को हटाने का आदेश आयुक्त देता है और कई जगह जहां रसूखदार या मलाईदार वाला कोई कर्मचारी या अधिकारी रहता उसे नहीं हटाते ऐसा ही सिंगरौली में पदस्त खनिज अधिकारी राय को छोड़ दिया राय कहता कहा क आयोग कहा क आयुक्त हमारे ठेकेदार बड़ी ऊंची पहुंच वाले है किसी की हिम्मत नहीं पड़ी हटाने की 5 साल से हु ।तब लगता है इस देश मे कही न कही जयद्दति तो रही नियम कानून के साथ सिंगरौली खनिज अधिकारी द्वारा कोयला खनन रेत खनन अवैध करवाया जा रहा पर न तो भोपाल में बैठे किसी की हिम्मत है न दिल्ली में बैठे चाहे वो नेता हो या बड़ा अधिकारी अब ऐसे में जनता का विश्वास धीरे धीरे शासन पर से उठ रहा है।